#बहरोड़। क्षेत्र के गांव #दहमी में इस तपती गर्मी में जहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, ऐसे समय में क्षेत्र में शांति, खुशहाली, लोगों में साधु-संतों और भगवान के प्रति आस्था के लिए महंत सुखराम दास त्यागी चारों तरफ गाय के उपले (कंडे) से अग्नि प्रज्वलित कर तपस्या कर रहे हैं।
वे रोज 3 घंटे सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक कंडे को अपने चारों ओर जलाकर व बीच में आसन लगाकर तपस्या कर रहे हैं। 38 वर्षीय तपस्वी महंत सुखराम दास त्यागी मूलतः हिमाचल के शिमला के रहने वाले हैं। वे तीन महीने पहले ही गांव दहमी के हनुमान बगीची में हनुमान सेवा कमेटी के आह्वान पर आए हैं।
तपस्वी ने अग्नि तपस्या की शुरुआत 5 मई से की है जो 15 जून तक चलेगी। वे अग्नि तपस्या के दौरान परम पिता परमात्मा का ध्यान करते हैं। वे अपने शरीर पर भस्म (राख) लगाकर तपस्या कर रहे हैं। वे पहले भी इस तरह की तपस्या कई बार कर चुके हैं। महज पांच साल की उम्र में उन्होंने चोला धारण किया था। वे दिगंबर अखाड़े के महंत है।
महंत दिन में 11 से 2 बजे तक तपस्या करते हैं। तब उनके चारों तरफ पांच जगह धूनी प्रज्वलित की जाती है। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा पाठ करके धूनी में आग प्रज्वलित करते हैं। एक धूनी में गाय के 45 कंडे जलाए जाते हैं। ऐसे में पांचों धूनियों में 225 उपले प्रतिदिन उपयोग में लेते हैं। इसको लेकर ग्रामीणों में आस्था बनी हुई है।